शीतकालीन पर्यटन को नई गति: बागेश्वर को प्रमुख टूरिज्म डेस्टिनेशन बनाने की दिशा में जिला प्रशासन की व्यापक कार्ययोजना

जनपद में शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने तथा अधिक से अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी आकांक्षा कोंडे ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में संबंधित विभागों के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पर्यटन की अपार संभावनाओं का योजनाबद्ध विकास कर जनपद को शीतकालीन पर्यटन के प्रमुख गंतव्य के रूप में स्थापित किया जाए।

जिलाधिकारी ने उतरायणी मेले में विंटर टूरिज्म स्टॉल स्थापित कर पर्यटकों का डेटा संकलन, जनपद भ्रमण हेतु 3–4 दिवसीय बागेश्वर ट्रैवल पैकेज तैयार करने तथा मेले के प्रचार-प्रसार हेतु डॉक्यूमेंट्री एवं शॉर्ट रील्स तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने 5 दिवसीय राष्ट्रीय पैराग्लाइडिंग एक्युरेसी चैंपियनशिप के प्रभावी आयोजन एवं व्यापक प्रचार पर भी जोर दिया।

पर्यटन अवसंरचना सुदृढ़ करने के लिए जिलाधिकारी ने टूरिस्ट गाइड विकसित करने, होटलों में प्रमुख पर्यटन स्थलों की साइनेज लगाने तथा चयनित स्थलों के सौंदर्यीकरण के निर्देश दिए। उन्होंने बैजनाथ क्षेत्र में पर्यटन बढ़ाने हेतु स्थल सौंदर्यीकरण एवं झील में आकर्षक बोटिंग सुविधा विकसित करने के निर्देश भी दिए।

इसके अतिरिक्त उतरायणी मेले में काइट प्रतियोगिता के लिए उपयुक्त स्थल चिन्हित करने, कौसानी कार्निवल में एस्ट्रो टूरिज्म (स्टार गेजिंग) एवं बर्ड वॉचिंग जैसी गतिविधियाँ शामिल करने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने इन प्रयासों के माध्यम से कम से कम एक लाख पर्यटकों के आगमन का लक्ष्य निर्धारित करने को कहा।

बैठक में वन डिस्ट्रिक्ट वन मेला योजना के अंतर्गत उतरायणी मेला एवं कौसानी कार्निवल का प्रस्ताव शासन को भेजने तथा कुमाऊं मंडल विकास निगम, बैजनाथ को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने के निर्देश भी दिए गए।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आर.सी. तिवारी, अपर जिलाधिकारी एन.एस. नबियाल, डीटीडीओ पी.के. गौतम सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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